म.प्र योग आयोग के अध्यक्ष के लिए जनता ने उठाया योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी का नाम

म.प्र योग आयोग के अध्यक्ष के लिए जनता ने उठाया योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी का नाम -: 

विपरीत परिस्थितियों में यदि आप किसी का साथ निभाते है तो जीवन पर्यंत वह व्यक्ति आपका साथ देता है । यही बात एक वायरल पोस्ट में चरितार्थ हो रही है । कोरोना काल में निशुल्क योग सेवा करके चर्चा में आये ख्यातिप्राप्त योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी का नाम जनता ने मध्यप्रदेश योग आयोग के अध्यक्ष के रूप में वायरल कर दिया है । सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफार्म पर बड़ी संख्या में कल शाम से एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमे जनता मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान से मांग कर रही है कि मध्यप्रदेश योग आयोग का अध्यक्ष योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी को बनाया जाए । भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां जनता की मांग का बहुत महत्व होता है देखना यह है कि सरकार जनता की मांग अनुरूप निर्णय लेती है या राजनीतिक हितों को ध्यान में रखकर कोई निर्णय करती है । दोनों ही परिस्थितियों में सरकार के पास डॉ.त्रिपाठी से योग्य विकल्प हो सकते है । चुकी योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी बाल्यकाल से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एवं किशोर अवस्था से ही भाजपा में सक्रिय भूमिका का निर्वहन जमीनी धरातल पर कर रहें है । भाजपा के प्रशिक्षण वर्गों में उन्होंने मण्डल एवं जिला स्तर पर योग प्रशिक्षण प्रदान किया है । भाजपा के विभिन्न दायित्वों पर रहकर उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है । देखना यह है कि भाजपा अपने जमीनी कार्यकर्ता को आयोग का अध्यक्ष बनाती है या पैराशूट से उतार कर किसी व्यक्ति की ताजपोशी करती है ? इसका उत्तर तो समय की गर्त में ही छुपा है । 

आखिर क्यों जनता मांग उठा रही है -

कोरोना काल में जब चारो ओर नकारात्मक खबरे आ रही थी उस समय योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी ने निशुल्क ऑनलाइन योग क्लास संपूर्ण लॉक डाउन में संचालित कर अनेक कोरोना ग्रस्त मरीजों को जोड़ा उन्हें योग कराने के साथ साथ मोटिवेशनल स्पीच के जरिये सकारात्मक सन्देश भी दिया । यही नागरिक आज अपने विपरीत समय के सहयोगी का पूर्ण रूपेण समर्थन भी कर रहें है । 


योग जनजागरूकता अभियान के अग्रदूत -: 

घर घर मे योग पहुंचे इस हेतु अपने योग लेखन के माध्यम से योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी 12 वर्षों से कार्यरत है । उनके लिखे अनेक लेख गूगल पर टॉप पेज पर रैंक कर रहें है । योग के उनके लेखों को ब्लॉग पर अब तक 1 लाख 85 हजार नागरिकों द्वारा पढ़ा जा चुका है । साथ ही लाइव वीडीयो क्लास लेकर आप योग के प्रचार प्रसार में नियमित भूमिका निभा रहें है । 

एनआरआई योग साधको में बढ़ता योग गुरु की लोकप्रियता का ग्राफ -: योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी की ऑनलाइन योग क्लासों में नियमित एनआरआई योग साधक जुड़ रहे है । लगातार उनकी संख्या में इजाफा इस बात का संकेत है कि योग गुरु का ग्लोबल लोकप्रियता का ग्राफ अब नई ऊंचाई की ओर है । 

8 देशों में पुस्तक योग चिकित्सा के माध्यम से जन जागृति -: योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी उच्च शिक्षित है उनके द्वारा लिखी पुस्तक योग चिकित्सा भारत समेत 13 देशों अमेरिका ,यूके ,स्पेन ,जर्मनी ,
फ्रांस ,मेक्सिको ,इटली ,
आस्ट्रेलिया ,कनाडा ,डेनमार्क ,जापान ,नार्थ आयरलेंड ,ब्राजील आदि में प्रकाशित हो चुकी है । जो अमेजन ,फ्लिपकार्ट, गूगल ई बुक ,गूगल प्ले स्टोर जैसे अंतरराष्ट्रीय विक्रेताओं द्वारा फ्री शिपिंग केटेगरी में रख कर योग गुरु के कार्यो का सम्मान किया गया है । अनेक समाचार पत्रों में आपके लिखे योग लेख समय समय पर प्रकाशित होते है । 


नियमित सैकड़ो योग साधको को प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है -: 
योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय उज्जैन सेंटर के शिक्षक होने के साथ साथ उज्जैन योग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर भी है । उज्जैन इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीस के आप योग विभाग प्रमुख का दायित्व भी निभा रहें है । नियमित सुबह 6 बजे से योग क्लास शुरू होती है जो कि देर शाम तक संचालित होती है ।


अनेक योग संस्थाओं के माध्यम से योग प्रचार प्रसार -: 

योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी(
युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त)मध्यप्रदेश योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के प्रदेश मीडिया प्रभारी, उज्जैन योग संघ के संस्थापक सचिव है ।  ,नेशनल योग टीचर कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष , उज्जैन योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के ज्वॉइंट सेकेट्री , योग फेडरेशन ट्रस्ट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं अनेक संस्थाओं के माध्यम से योग के प्रचार प्रसार में संलग्न है । 


रिसर्च आधारित योग :- योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी योग थैरेपी के माध्यम से बीमारियों के उपचार हेतु जाने जाते है । योग में सतत 12 वर्षों में अनेक जटिल रोगों से पीढित रोगियों को उन्होंने रोग मुक्त किया है । उनके द्वारा उपचार प्राप्त नागरिक ठीक होने पर उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक फ़ीडबैक देते है ।