योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी की पुस्तक योग चिकित्सा जनता के बीच तेजी से हो रही लोकप्रिय

योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी की पुस्तक योग चिकित्सा जनता के बीच तेजी से हो रही लोकप्रिय -:

ख्यातिप्राप्त योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी ने किया उज्जैन का नाम गौरवांवित -

निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे एवं जीवन की विपरीत परिस्थितियों से नियमित संघर्ष कर अपनी अलग पहचान स्थापित करने वाले उज्जैन के ख्यातिप्राप्त योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी द्वारा लिखित पुस्तक योग चिकित्सा विश्व पटल पर धूम मचा रही है । बीमारियों से पीड़ित मानवजाति की सेवा के उद्देश्य से लिखी गयी पुस्तक में बताये गए उपायों को अपनाकर अनेक लोग स्वास्थ्य लाभ ले रहें है । पुस्तक को इतना सरल एवं रुचिपूर्ण भाषा मे लिखा गया है कि पढ़ने वाले एक बार हाथ मे आते ही पूरी पुस्तक को पढ़ने के किये लालयित हो जाते है । पुस्तक को पढ़कर अनेक लोगो ने पुस्तक में बताये गए उपायों को अपने जीवन मे आत्मसात किया है । कोरोना लॉक डाउन के दौरान हजारों लोगों को दो माह तक निशुल्क योग सिखाकर मानव जाति की सेवा में अपने अनूठे कार्यो के कारण आज योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी को चाहने वालो का काफिला तेजी से बढ़ता जा रहा है । उज्जैन संभाग में समाजसेवा के क्षेत्र में उनका नाम बेहद लोकप्रिय है लेकिन आज अनेक एनआरआई भी उनसे नियमित योग सिख रहें है । ऑनलाइन योग क्लास के माध्यम से इस समय योग गुरु डॉ.त्रिपाठी सैकड़ो लोगो को नियमित योग सीखा रहें है । देश के कौने कौने से नागरिक उनसे जुड़ रहे है । सभी धर्म के अनुयायी को योग से जोड़कर वे अनेकता में एकता की भारतीय संस्कृति को भी सार्थक रूप प्रदान कर रहें है । 

अमेजन ,गूगल ईबुक ,फिल्पकार्ट ,गूगल प्ले स्टोर जैसी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ई शॉपिग की दिग्गज कम्पनियों ने किया पुस्तक को शिपिंग फ्री -: 

दुनिया की नामी दिग्गज ऑनलाइन कम्पनियों ने योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी द्वारा लिखित पुस्तक योग चिकित्सा को शिपिंग फ्री कर रखा है । यदि कोई भी ग्राहक पुस्तक खरीदता है तो उसे शिपिंग हेतु अलग से भुगतान नही करना पड़ता है । 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 8 से अधिक देशों में पुस्तक योग चिकित्सा की हुई थी लांचिग -:

विश्व योग दिवस 21 जून 2021 को यह पुस्तक भारत के साथ साथ
अमेरिका ,यूके ,स्पेन ,जर्मनी ,
फ्रांस ,मेक्सिको ,इटली ,
आस्ट्रेलिया ,कनाडा ,डेनमार्क ,जापान ,नार्थ आयरलेंड ,ब्राजील आदि देशो में एक साथ लांच हुई  थी । 


बीमारी से पीड़ित मनावता की सेवा में समर्पित व्यक्तित्व -: 

आज के दौर में प्रत्येक मनुष्य किसी न किसी रोग से पीड़ित है । अनेक लोगो के पास तो इलाज कराने के रुपये तक नही होते । महंगी दवा के पर्चे देखकर लोग बीमारियों के साथ जीने को मजबूर हो जाते है । हमारे ऋषिमुनियों द्वारा बताया गया योग मार्ग असाध्य रोगों का उपचार है । योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा बीमारियों से पीड़ित मानव जाति की सेवा में प्रतिबद्ध है । समय समय पर वे आयुर्वेद एवं हैम्योपैथी के विशेषज्ञों को भी अपनी कार्यशाला में आमंत्रित करते है जिससे उनके साथ जुड़े नागरिकों को अधिक लाभ प्राप्त होता है । 


सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण कार्यशैली -: उज्जैन में विगत लॉक डाउन के बाद अनेक लोग विपरीत परिस्थितियों के कारण अवसाद ग्रस्त हो गए थे । तब योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी ने मुहिम चलाकर ऐसे लोगो को योग एवं आध्यात्म के माध्यम से पुनः सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान किया । जब कोरोना काल मे कोरोना ग्रस्त लोगों को घर मे रहना होता था । उनसे कोई मिलने नही आता था तब ऑनलाइन माध्यमो से रोज उन्हें एक घण्टे योग कराकर कोरोना रोगियों को अवसाद से मुक्त हेतु आपके प्रयास सराहनीय रहें । 

रोजगार का सृजन -: उज्जैन योग इंस्टीट्यूट के माध्यम से अनेक महिलाओं को योग सिखाकर योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी उन्हें आत्म निर्भर बना रहें है । योग ट्रेनर के रूप में उनकी अनेक शिष्या आज बेहतर कैरियर के निर्माण कर रही है । 


बहुमुखी प्रतिभा के धनी है योग गुरु डॉ.त्रिपाठी  -: 

योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी विद्यालय शिक्षा के दौरान विज्ञान मॉडल में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके है । मात्र 16 वर्ष की उम्र में उन्होंने रतन जोत के बीजों से बायोडीजल बनाकर वर्ष 2005 में विद्या भारती द्वारा आयोजित अनेक प्रतियोगिताओं में उज्जैन का नाम गौरवांवित किया था । वही उनके द्वारा लिखित कविता एक रोटी को अनेक अखबारों से अपने मुखपृष्ठ पर प्रकाशित किया था ।  उनके द्वारा लिखे लेख अनेक अखबारों के संपादकीय में अखबारों की शोभा बढ़ाते है । पत्रकारिता , सूचना प्रौद्योगिकी ,समाज सेवा ,वकालत ,योग ,प्राकृतिक चिकित्सा आदि क्षेत्रो में उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुके है ।