अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में विशेष लेख international yoga day 2020 yog diwas


अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में विशेष लेख

जीवन की जमा पूंजी अस्पताल में खर्च होने से बचाएं दैनिक दिनचर्या में योग अपनाएं

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लेखन एवं संकलन - योगाचार्य पं. मिलिन्द्र त्रिपाठी (M.Sc yoga therapy )



फोटो - योग नेशनल खिलाड़ी राखी जोशी (M.A yoga )

आप सभी को 21 जून विश्व योग दिवस की शुभकामनाएं । लेकिन केवल शुभकामनाएं देने मात्र से शुभकामनाएं सफल नही होगी । हमारी शुभकामनाएं तब सफल होगी जब आप सभी पूर्ण रूप से स्वास्थ्य हो जाएंगे । परन्तु मेरे कहने से ओर आपके पढ़ने से आप स्वस्थ्य नही हो पाएंगे । आप तभी स्वस्थ्य हो पाएंगे जब आप ईमानदारी से नियमित एक घण्टा योगाभ्यास करेंगे । योग कहने सुनने पढ़ने मात्र की विषय वस्तु नही है मेने मेरे जीवन मे योग टीचरों को भी अस्वस्थ्य देखा है इसका कारण है वो स्वयं योग को जानते तो है लेकिन नियमित अभ्यास नही करते है । में आज योग की साहित्यिक भाषा का उपयोग न करते हुए आम बोलचाल की भाषा में अपनी बात रखूंगा । 21 जून एक प्रतीकात्मक दिन है इस दिन संकल्प का दिन है कि हम नियमित अपने जीवन मे योग को अपनाएंगे । आज के पोस्टर ,सेल्फी सन्देश तभी सार्थक है जब उन्हें पोस्ट करने वाले सभी निरोगी रहें । हम जीवन भर भागदौड़ में लग कर अपनी इच्छाओं को मारकर पैसा जमा करते है । हम सोचते है यह पैसा
बुढ़ापे में हमारी मदद करेगा । अचानक कोई अस्वस्थ हो जाये तो यही पैसा काम भी आएगा । पैसों की बचत अच्छी बात हैं करना भी चाहिए लेकिन उसके साथ साथ स्वयं के स्वास्थ्य की देखरेख भी करनी चाहिए । यदि पैसा कमा लिया और स्वास्थ्य गंवा दिया तो सारा जमा पैसा डॉक्टरों के काम आएगा । तो आखिर हम करें क्या एक दिन में 24 घण्टे होते है क्या हम स्वयं के लिए 1 घण्टा भी नही निकाल सकते ? हम स्वस्थ्य होंगे तभी तो हमारे परिवार की देखरेख कर पाएंगे । सोचिये यदि हम अस्वथ्य हो गए तो पूरे परिवार की देखरेख कौन करेगा ? कौन बच्चों के सपने पूरे करेगा ? आपके घर का राशन पानी कौन कहाँ से लाकर दे पाएगा ? स्वयं की न सोचें तो कम से कम अपने परिवार की  सोचे उनके लिए स्वस्थ्य रहें । स्वास्थ्य के लिए जागरूकता में यह जरूरी नही की आप कोई योग क्लास जाना शुरू कर दें आप यदि नियमित सुबह शाम पैदल चलते है । अपने दैनिक दिनचर्या में संतुलित एवं पोषक आहार गृहण करते है तो यह भी आपको स्वास्थ्य रखने में बेहद मदद करेगा । आसान ,प्राणयाम ,ध्यान , या किसी भी प्रकार का व्यायाम केवल 30 % ही अपना काम करता है बाकी 70%काम आपका भोजन और पानी का है । मान लीजिए आप रोज जिम जाते है लेकिन आपका खानपान पर ध्यान नही है । आप की दिनचर्या व्यवस्थित नही है तो निश्चित तौर पर आप अस्वस्थ होने की दिशा में दौड़ रहें है । योग हमारे दैनिक दिनचर्या का हिस्सा है जैसे हमे रोज भोजन की जरूरत होती है उसी तरह हमे यह मानना होगा कि शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए योग की आवश्यकता भी उतनी ही जरुरी है । हमारे देश की योग विरासत है हमारे देश को दुनिया में योग का जनक माना जाता है । आज विदेशी तो योग को अपना रहें है रोज कर भी रहें है और उसका लाभ भी उन्हें हो रहा है लेकिन दिया तले अंधेरे की तरह हमारे ही देश में योग को नही अपनाया जा रहा है । केवल एक दिन योग करने से योग लाभ प्रदान नही करेगा हमे योग को नियमित आदत बनाना पड़ेगा । आप सोचिये आज के दौर में कितना अधिक तनाव है शरीर के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बेहद अहम है इसके लिए हमे योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना ही होगा । हम जितनी जल्दी यह बात समझ जाए उतना हमारे परिवार के लिए ओर हमारे लिए बेहतर होगा । कुछ जगह योग क्लास के नाम पर तेजी से 50 सेकंड के योगआसान स्पीड में करा कर एक घण्टा पूर्ण कर दिया जाता है । जिसके कारण लोगो को योग का कोई लाभ नही होता । हर आसान के हिसाब से उसका समय होता है कोई आसान 5 मिनट तक किया जाता है तो कोई आसान 20 सेकंड तक भी किया जाता है । यदि हम सही तरीके से योग करेंगे तब ही हमें जल्दी ओर बेहतर लाभ प्राप्त होंगे । शरीर के साथ पॉवर योगा के नाम पर कभी खिलवाड़ न करें एडवांस योग और पॉवर योग के नाम पर शरीर के साथ जबरदस्ती न करें यह गलती आप पर भारी पड़ सकती है । आपको लाइफ टाइम की इंजरी हो सकती है । मेने अनेक ऐसे लोग देखे है जो गलत योग के कारण पीठ दर्द ,घुटने के दर्द ,सिर दर्द जैसी समस्याओ से जूझ रहे है कारण जानने पर पता चला कि उनके शरीर के साथ योग के नाम पर किसी अनट्रेंड ट्रेनर ने प्रयोग कर दिया । मेरा आप सभी से आग्रह है शरीर को प्रयोगशाला न बनने दें । आप सब भी गूगल ,वाट्स एप, यूट्यूब के ज्ञान से स्वयं के डॉक्टर न बने यह बेहद घातक है । प्रशिक्षित व्यक्ति की देखरेख में पूर्ण एकाग्रता के साथ योग या अन्य व्यायाम करें । कभी भी अपने मन से दवाओं का आयुर्वेदिक उत्पादों ,हम्योपैथी उत्पादों का सेवन न करें । हर विषय के विशेषज्ञ होते है जिनका थोड़ा चार्ज जरूर होता है लेकिन वो सब सोच समझकर आपको दवा या जड़ी बुटी देते है । में मेरे व्यक्तिगत अनुभव से एक बात आपसे साझा करना चाहता हूं में एक डॉक्टर परिवार को उज्जैन में योग प्रशिक्षण प्रदान करता हूँ । पहले केवल वे स्वयं एवं उनके 3 डॉक्टर साथी मुझसे ट्रेनिंग लेते थे नियमित सुबह 6 बजे से योग करने से उनके घर के माहौल में अमूलचूल परिवर्तन हुआ आज उनके घर के युवा बच्चे महिलाएँ सभी हमारे साथ नियमित योग करते है । अनेकों छोटी बड़ी बीमारी पर उन्होंने कंट्रोल तो पाया ही एलर्जी जैसी समस्याओं ,हार्मोन्स के परिवर्तन जैसी सूक्ष्म शारीरिक व्याधियों पर भी उन्होंने विजय प्राप्त की ओर कुछ बीमारीयों के दुष्प्रभाव को कम किया । परिणाम सामने देखकर उन्होंने अब अपने जीवन का एक आवश्यक हिस्सा योग को बना लिया है । इतनी कम उम्र में उनके बच्चे भी योग से जुड़ गए है क्योकि माता पिता के काम से पूरे परिवार पर प्रभाव पड़ता है । हम करेंगे तो हमारे परिवारजनों की रुचि भी योग में जगेगी । विश्व योग दिवस पर आप संकल्प लीजिये की आप अपने जीवन मे ध्यान को जरूर अपनाएंगे । अनेकों सफल व्यक्तियों ने अपने जीवन की सफलता का रहस्य बताते हुए ध्यान को अपने जीवन का नियमित अंग बताया है । शारिरिक स्वास्थ्य तो सामने दिखता है इसके साथ साथ न दिखने वाले मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने का समय है ।

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लेखन एवं संकलन - योगाचार्य पं. मिलिन्द्र त्रिपाठी (M.Sc yoga therapy )